श्रीमती द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन होगी|
16वें राष्ट्रपति चुनाव में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति चुनी गई है हालांकि चुने गए राष्ट्रपति के क्रम में उनका स्थान 15वां है क्योंकि डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद लगातार दो बार राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए थे|
द्रौपदी मुर्मू, प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के बाद राष्ट्रपति चुने जाने वाली दूसरी महिला है जबकि आदिवासी राष्ट्रपति के तौर पर वे पहली राष्ट्रपति है साथ ही स्वतंत्रता के बाद श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (25 July 2007 -25 July 12) भारत की 12वीं राष्ट्रपति चुनी गई थी|
द्रौपदी मुर्मू का जन्म एक बेहद गरीब परिवार में 20 जून 1958 को तत्कालीन बिहार के मयूरभंज जिले के एक गांव बैदपोशी में संथाल समुदाय में हुआ था|
उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडु तथा उनका विवाह श्याम नारायण मुर्मू से हुआ था|
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भुवनेश्वर के एक रामा देवी महिला कॉलेज से कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है|
पढ़ाई के बाद उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर रायरंगपुर में मानद सहायक शिक्षक के रूप में भी कार्य किया है|
वर्ष 1997 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के साथ ही उन्होंने वर्ष 1997 में ही रायरंगपुर नगर पंचायत में एक पार्षद के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था|
उन्हें वर्ष 2007 में उड़ीसा विधानसभा द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
वे झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनने का गौरव भी रखती है |
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